🏂 खुश मार्निग 🏂
मुख़्तसर सा गुरूर भी ज़रूरी है , जीने के लिये !
ज्यादा झुक के मिलो तो दुनिया पीठ को पायदान बना लेती है !
"हर रोज गिरकर भी, मुक्कमल खड़े हैं...!
ए जिंदगी देख, मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं ...!!"
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