Saturday, June 17, 2017

मुझे अच्छा लगता है


         एक औरत कब अच्छा महसूस करती है -
मुझे अच्छा लगता है मर्द से मुकाबला ना करना और उस से एक दर्जा कमज़ोर रहना -

मुझे अच्छा लगता है जब कहीं बाहर जाते हुए वह मुझ से कहता है "रुको! मैं तुम्हे ले जाता हूँ या मैं भी तुम्हारे साथ चलता हूँ "

मुझे अच्छा लगता है जब वह मुझ से एक कदम आगे चलता है - गैर महफूज़ और खतरनाक रास्ते पर उसके पीछे पीछे उसके छोड़े हुए क़दमों के निशान पर चलते हुए एहसास होता है उसे मेरा ख्याल खुद से ज्यादा है

मुझे अच्छा लगता है जब गहराई से ऊपर चढ़ते और ऊंचाई से ढलान की तरफ जाते हुए वह मुड़ मुड़ कर मुझे चढ़ने और उतरने में मदद देने के लिए बार बार अपना हाथ बढ़ाता है -

मुझे अच्छा लगता है जब किसी सफर पर जाते और वापस आते हुए सामान का सारा बोझ वह अपने दोनों कंधों और सर पर बिना हिचक  किये खुद ही बढ़ कर उठा लेता है - और अक्सर वज़नी चीजों को दूसरी जगह रखते  वक़्त उसका यह कहना कि "तुम छोड़ दो यह मेरा काम है"-

मुझे अच्छा लगता है जब वह मेरी वजह से सर्द मौसम में सवारी गाड़ी का इंतज़ार करने के लिए खुद स्टेशन पे खड़ा रहता है -

मुझे अच्छा लगता है जब वह मुझे ज़रूरत की हर चीज़ घर पर ही मुहैय्या कर देता है ताकि मुझे घर की जिम्मेदारियों के साथ साथ बाहर जाने की दिक़्क़त ना उठानी पड़े और लोगों के नामुनासिब रावैय्यों का सामना ना करना पड़े

मुझे बहुत अच्छा लगता है जब रात की खनकी में मेरे साथ आसमान पर तारे गिनते हुए वह मुझे ठंड लग जाने के डर से अपना कोट उतार कर मेरे कन्धों पर डाल देता है -

मुझे अच्छा लगता है जब वह मुझे मेरे सारे गम आंसुओं में बहाने के लिए अपना मज़बूत कंधा पेश करता है और हर कदम पर अपने साथ होने का यकीन दिलाता है -

मुझे अच्छा लगता है जब वह खराब हालात में मुझे अपनी जिम्मेदारी मान कर सहारा देने के लिए मेरे आगे ढाल की तरह खड़ा हो जाता है और कहता है " डरो मत मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा" -
मुझे अच्छा लगता है जब वह मुझे गैर नज़रों से महफूज़ रहने के लिए समझाया करता है और अपना हक जताते हुए कहता है कि "तुम सिर्फ मेरी हो " -

लेकिन अफसोस हम में से अक्सर लड़कियां इन तमाम खुशगवार अहसास को महज मर्द से बराबरी का मुकाबला करने की वजह से खो देती हैं
फिर ۔۔۔۔۔۔۔۔
जब मर्द यह मान लेता है कि औरत उस से कम नहीं तब वह उसकी मदद के लिए हाथ बढ़ाना छोड़ देता है - तब ऐसे खूबसूरत लम्हात एक एक करके ज़िन्दगी से कम होते चले जाते हैं , और फिर ज़िन्दगी बे रंग और बेमतलब  हो कर अपनी खुशिया खो देती है

मुक़ाबले की, आधुनिकता की इस दौड़ से निकल कर अपनी ज़िंदगी के ऐसे हसीन लम्हो का अहसास कर लीजिए .. .. ..

Friday, June 16, 2017

Phone

*फोन जब तक वायर से बंधा था...!* ☎
*इंसान आजाद था...*

*जब से फोन आजाद हुआ है...* 📱
*इंसान फोन से बंध गया है...*     🙏🏻

भाई सा कोई सगा नहीं

सोचो कितना बवाल होता

समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितना बवाल होता,
हक़ीक़त सारे ख़्वाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!!

किसी के दिल में क्या छुपा है ये बस ख़ुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनक़ाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!!

थी ख़ामोशी हमारी फितरत में तभी तो बरसो निभ गयी लोगो से,
अगर मुँह में हमारे जवाब होते तो सोचो कितना बवाल होता..!!

हम तो अच्छे थे पर लोगो की नज़र में सदा बुरे ही रहे,
कहीं हम सच में ख़राब होते तो सोचो कितना बवाल होता..
😊😊👍☝👌👌👌

Thursday, June 15, 2017

बेटे भी घर छोड़ जाते हैं

"हर उस बेटे को समर्पित जो घर से दूर है"
💖💖👇👇👇👇💖💖
**बेटे भी घर छोड़ जाते हैं**
_
जो तकिये के बिना कहीं...भी सोने से कतराते थे...
आकर कोई देखे तो वो...कहीं भी अब सो जाते हैं...
खाने में सो नखरे वाले...अब कुछ भी खा लेते हैं...
अपने रूम में किसी को...भी नहीं आने देने वाले...
अब एक बिस्तर पर सबके...साथ एडजस्ट हो जाते हैं...
बेटे भी घर छोड़ जाते हैं। 😪
.
घर को मिस करते हैं लेकिन...कहते हैं 'बिल्कुल ठीक हूँ'...
सौ-सौ ख्वाहिश रखने वाले...अब कहते हैं 'कुछ नहीं चाहिए'...
पैसे कमाने की जरूरत में...वो घर से अजनबी बन जाते हैं
लड़के भी घर छोड़ जाते हैं। 😏
.
बना बनाया खाने वाले अब वो खाना खुद बनाते है,
माँ-बहन-बीवी का बनाया अब वो कहाँ खा पाते है।
कभी थके-हारे भूखे भी सो जाते हैं।
लड़के भी घर छोड़ जाते है। 😘😪
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मोहल्ले की गलियां, जाने-पहचाने रास्ते,
जहाँ दौड़ा करते थे अपनों के वास्ते,
माँ बाप यार दोस्त सब पीछे छूट जाते हैं
तन्हाई में करके याद, लड़के भी आँसू बहाते है।
लड़के भी घर छोड़ जाते हैं। ☺
.
नई नवेली दुल्हन, जान से प्यारे बहन-भाई,
छोटे-छोटे बच्चे, चाचा-चाची, ताऊ-ताई ,
सब छुड़ा देती है साहब, ये रोटी और कमाई।
मत पूछो इनका दर्द वो कैसे छुपाते हैं,
बेटियाँ ही नही साहब, बेटे भी घर छोड़ जाते हैं। 😪😏

Monday, June 5, 2017

विभिन्न संस्थाओं के संस्कृत ध्येय वाक्य

भारत सरकार👉  सत्यमेव जयते
लोक सभा👉 धर्मचक्र प्रवर्तनाय
उच्चतम न्यायालय👉  यतो धर्मस्ततो जयः
आल इंडिया रेडियो👉 सर्वजन हिताय सर्वजनसुखाय

दूरदर्शन👉  सत्यं शिवम् सुन्दरम
गोवा राज्य👉  सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।
भारतीय जीवन बीमा निगम👉 योगक्षेमं वहाम्यहम्
डाक तार विभाग👉  अहर्निशं सेवामहे
श्रम मंत्रालय👉  श्रम एव जयते
भारतीय सांख्यिकी संस्थान👉 भिन्नेष्वेकस्य दर्शनम्
थल सेना👉  सेवा अस्माकं धर्मः
वायु सेना👉 नभःस्पृशं दीप्तम्
जल सेना👉 शं नो वरुणः
मुंबई पुलिस👉  सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय
हिंदी अकादमी👉  अहम् राष्ट्री संगमनी वसूनाम
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञानं अकादमी👉 हव्याभिर्भगः सवितुर्वरेण्यं
भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी👉 योगः कर्मसु कौशलं
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग👉  ज्ञान-विज्ञानं विमुक्तये
नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन👉 गुरुः गुरुतामो धामः
गुरुकुल काङ्गडी विश्वविद्यालय👉  ब्रह्मचर्येण तपसा देवा मृत्युमपाघ्नत
इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय👉 ज्योतिर्व्रणीततमसो विजानन
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय:👉  विद्ययाऽमृतमश्नुते
आन्ध्र विश्वविद्यालय👉  तेजस्विनावधीतमस्तु
बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय,
शिवपुर👉 उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत
गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय👉 आनो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः
संपूणानंद संस्कृत विश्वविद्यालय👉 श्रुतं मे गोपय
श्री वैंकटेश्वर विश्वविद्यालय👉 ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम्
कालीकट विश्वविद्यालय👉 निर्मय कर्मणा श्री
दिल्ली विश्वविद्यालय👉 निष्ठा धृति: सत्यम्
केरल विश्वविद्यालय👉 कर्मणि व्यज्यते प्रज्ञा
राजस्थान विश्वविद्यालय👉 धर्मो विश्वस्यजगतः प्रतिष्ठा
पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय👉  युक्तिहीने विचारे तु धर्महानि: प्रजायते
वनस्थली विद्यापीठ👉  सा विद्या या विमुक्तये।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्👉
विद्याsमृतमश्नुते।
केन्द्रीय विद्यालय👉 तत् त्वं पूषन् अपावृणु
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड👉  असतो मा सद् गमय
प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, त्रिवेन्द्रम👉 कर्मज्यायो हि अकर्मण:
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर👉 धियो यो नः प्रचोदयात्
गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी महाविद्यालय, पौड़ी👉 तमसो मा ज्योतिर्गमय
मदनमोहन मालवीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय गोरखपुर👉 योगः कर्मसु कौशलम्
भारतीय प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय, हैदराबाद👉 संगच्छध्वं संवदध्वम्
इंडिया विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय विधि विद्यालय👉 धर्मो रक्षति रक्षितः
संत स्टीफन महाविद्यालय, दिल्ली👉 सत्यमेव विजयते नानृतम्
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान👉  शरीरमाद्यं खलुधर्मसाधनम्
विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर👉 योग: कर्मसु कौशलम्
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,इलाहाबाद👉 सिद्धिर्भवति कर्मजा
बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी👉  ज्ञानं परमं बलम्
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर👉  योगः कर्मसुकौशलम्
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई👉  ज्ञानं परमं ध्येयम्
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर👉 तमसो मा ज्योतिर्गमय
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई👉 सिद्धिर्भवति कर्मजा
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की👉 श्रमं विना नकिमपि साध्यम्
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद👉 विद्या विनियोगाद्विकास:
भारतीय प्रबंधन संस्थान बंगलौर👉 तेजस्वि नावधीतमस्तु
भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझीकोड👉  योगः कर्मसु कौशलम्
सेना ई एम ई कोर👉 कर्मह हि धर्मह
सेना राजपूताना राजफल👉 वीर भोग्या वसुन्धरा
सेना मेडिकल कोर👉 सर्वे संतु निरामया ..
सेना शिक्षा कोर👉  विदैव बलम
सेना एयर डिफेन्स👉 आकाशेय शत्रुन जहि
सेना ग्रेनेडियर रेजिमेन्ट.👉  सर्वदा शक्तिशालिं
सेना राजपूत बटालियन👉 सर्वत्र विजये
सेना डोगरा रेजिमेन्ट👉  कर्तव्यम अन्वात्मा
सेना गढवाल रायफल👉 युद्धया कृत निश्चया
सेना कुमायू रेजिमेन्ट👉  पराक्रमो विजयते
सेना महार रेजिमेन्ट👉  यश सिद्धि
सेना जम्मू काश्मीर रायफल👉  प्रस्थ रणवीरता
सेना कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री👉  बलिदानं वीर लक्षयं
सेना इंजीनियर रेजिमेन्ट👉  सर्वत्र
भारतीय तट रक्षक-वयम् रक्षामः
सैन्य विद्यालय👉  युद्धं प्र्गायय
सैन्य अनुसंधान केंद्र👉 बालस्य मूलं विज्ञानम
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सिलसिला यहिं खतम नही होता,
विदेशी भी हमारे कायल हैं देखो जरा
नेपाल सरकार👉 जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी
इंडोनेशिया-जलसेना 👉 जलेष्वेव जयामहेअसेह राज्य (इंडोनेशिया) -
पञ्चचित
कोलंबो विश्वविद्यालय- (श्रीलंका)👉  बुद्धि: सर्वत्र भ्राजते
मोराटुवा विश्वविद्यालय (श्रीलंका)👉  विद्यैव सर्वधनम्
पेरादेनिया विश्वविद्यालय👉  सर्वस्य लोचनशास्त्रम्
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संस्कृत और संस्कृति ही भारतीयता का मूल है .. भारत का विकास इसी से संभव
है-

भारत माता की जय..

जयहिंद..
            🙏🏻   🇮🇳  🙏🏻

Friday, June 2, 2017

मैं कहाँ पढ़ाने बैठा हूँ ..

शिक्षक हूँ, पर ये मत सोचो,
बच्चों  को  सिखाने  बैठा हूँ
मैं   डाक   बनाने  बैठा  हूँ ,  
मैं   कहाँ   पढ़ाने   बैठा हूँ

कक्षा  में  जाने  से  पहले
भोजन  तैयार  कराना है
ईंधन का इंतजाम करना
फिर  सब्जी लेने जाना है
गेहूँ ,चावल, मिर्ची, धनिया
            का हिसाब लगाने बैठा हूँ
            मैं  कहाँ  पढ़ाने  बैठा  हूँ ...

कितने एस.सी. कितने बी.सी.
कितने जनरल  दाखिले हुए
कितने आधार बने अब तक
कितनों  के  खाते  खुले हुए
बस यहाँ कागजों में उलझा
               निज साख बचाने बैठा हूँ
               मैं  कहाँ  पढ़ाने  बैठा  हूँ ...

कभी एस.एम.सी कभी पी.टी.ए
की मीटिंग बुलाया करता हूँ
सौ - सौ भांति के रजिस्टर हैं
उनको   भी   पूरा  करता हूँ
सरकारी  अभियानों में  मैं
              ड्यूटियाँ  निभाने बैठा हूँ
             मैं  कहाँ  पढ़ाने  बैठा  हूँ ...

लोगों की गिनती करने को
घर - घर में  मैं ही जाता हूँ
जब जब चुनाव के दिन आते
मैं  ही  मतदान  कराता  हूँ
कभी जनगणना कभी मतगणना
              कभी वोट बनाने बैठा हूँ
              मैं  कहाँ  पढ़ाने  बैठा हूँ ...

रोजाना  न  जाने  कितनी
यूँ  डाक  बनानी पड़ती है
बच्चों को पढ़ाने की इच्छा
मन ही में दबानी पड़ती है
केवल  शिक्षण  को छोड़ यहाँ
                 हर फर्ज निभाने बैठा हूँ
                 मैं कहाँ पढ़ाने बैठा हूँ ...

इतने  पर भी  दुनियां वाले
मेरी   ही  कमी   बताते  हैं
अच्छे परिणाम न आने पर
मुझको   दोषी   ठहराते हैं
बहरे  हैं  लोग  यहाँ 
             मैं  किसे  सुनाने बैठा  हूँ
             मैं कहाँ  पढ़ाने  बैठा  हूँ ..
             मैं  नहीं  पढ़ाने  बैठा  हूँ..

          👤👤👥 समस्त सरकारी अध्यापक👥👤👤

Thursday, June 1, 2017

सबक और साथ

*सड़क कितनी भी साफ हो  "धूल" तो हो ही जाती है,*

*इंसान कितना भी अच्छा हो "भूल" तो हो ही जाती*

*"मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को*

'अहमियत' देता हूँ...क्योंकि
जो 'अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे...
और जो 'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!!

*जिंदगी जीने के लिए सबक और साथ दोनों जरुरी होता है।*
            *🌹राधेराधे🌹*